अमेठी: CMO साहब! आखिर शासन-प्रशासन की लापरवाही से आखिर कब तक चलेगा मौतो का खेल?
1 min read- शासन प्रशासन की लापरवाही से आखिर कब तक चलेगा मौतो का खेल-
- पुत्र वियोग में पिता ने मौत को गले लगाया-जिम्मेदार कौन-
- सीएमओ या कमरौली पुलिस ने ठोस कार्यवाही की होती तो एक जान तो बच जाती-
- आऐ दिन अमेठी क्षेत्र के झोलाछापो-अवैध नर्सिंग होमो को चिन्हांकित करते छापी जाती है खबर| शासन मे बैठे दलाल/माफिया फिर भी नही होती कोई कार्यवाही
अमेंठी- लगभग 2 माह पूर्व पुत्र की हुई मौत के बाद बदहवास पिता ने फांसी के फंदे से झूल कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।सूचना के बहुत देर बाद आई पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए भेजा। थाना जगदीशपुर क्षेत्र अंतर्गत कपूरी पुर गांव निवासी जय बहादुर सिंह उम्र 34 वर्ष जो दो माह पूर्व राधेश्याम ट्रामा सेंटर रामलीला मैदान जगदीशपुर में अपने 7 वर्षीय पुत्र युवराज को लेकर उपचार कराने गया था वही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी। परिजनों के आरोप के अनुसार चिकित्सकों की लापरवाही के चलते बालक की मौत हुई थी। जिसमें नर्सिंग होम के दोषी चिकित्सकों के प्रति कार्यवाही के लिए पीड़ित पिता दर-दर भटक रहा था। पुलिस ने एफ आई आर दर्ज करने के बाद मामले को लटकाए रखा।जबकि पिता द्वारा ट्रामा सेंटर सीज होने और दोषियों को दंड मिले इसके लिए वह आला अधिकारियों से मिलकर न्याय की मांग करता रहा। परंतु 2 माह बीतने के बाद भी जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तो हताश निराश पिता ने उसी चिंता में भोजन पानी तक त्याग दिया मात्र जीने के लिए थोड़ा बहुत अन्न का दाना जबरदस्ती खा लेता था। परिजनों की बात मानी जाए तो मौत के 3 दिन पूर्व से उसने भोजन बिल्कुल त्याग दिया था। शुक्रवार की सुबह अपने कमरे में जाने के बाद पंखे की कुंडी से कपड़े के सहारे फांसी लगाकर निराश पिता ने फासी के फंदे से झूल कर मौत को गले लगा लिया। परिजनों ने काफी देर इंतजार करने के बाद उसको भोजन के लिए बुलाने कमरे में गए तो आखें फटी की फटी रह गई।पंखे से झूलते शव को देख परिजनों में कोहराम सा मच गया।हृदय विदारक घटना की सूचना के घंटों बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो परिजनों से पूछताछ कर शव का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।पीडित परिवार व उनके परिजनो ने मुख्यमंत्री से अस्पताल को सीलकर दोषियो पर दंडात्मक कार्यवाही की मांग की है।।