अमेठी: सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति फेल, रिश्वत लेते नर्स का वीडियो वायरल
1 min readअमेंठी-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिंहपुर में कार्यरत स्टाफ नर्स रेनू का रिश्वत लेने का वीडियो बना चर्चा का विषय बना हुआ है। वायरल वीडियो में प्रसव के बाद प्रसूता के परिजनों से स्टाफ नर्स पैसा लेते साफ दिखाई दे रही हैं।
अमेठी से स्वास्थ्य विभाग की स्टॉप नर्स का रिश्वत लेते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है की स्टाफ नर्स बिना रिश्वत के प्रसव नहीं कराती हैं। वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी ने सख्त कार्रवाई की बात कही है। ऐसे रिश्वत खोर स्टाफ नर्स सरकार की भ्रष्टाचार की जीरो टॉलरेंस नीति पर सवालिया निशान लगा रही है।
आपको बता दे उत्तर प्रदेश के अमेठी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिंह पुर में कार्यरत स्टाफ नर्स रेनू का रिश्वत का वीडियो बना चर्चा का विषय बना हुआ है। वायरल वीडियो में प्रसव के बाद प्रसूता के परिजनों से स्टाफ नर्स पैसा लेते साफ दिखाई दे रही हैं। स्टाफ नर्स द्वारा रकम कम होने की बात कहते हुए पैसा वापस किया जाता है। वहीं गरीब प्रसूता के परिजन स्टाफ नर्स से उतने में ही काम चलाने के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं।
प्रसूता के परिजनों द्वारा अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देने के बाद भी उसके ऊपर दबाव बनाया जा रहा है। फिलहाल और पैसा मिलने पर स्टाफ नर्स पैसा ले लेती हैं। यह वीडियो 34 सेकेंड का है। विवरण पंजिका भी साफ दिखाई दे रही है। जिससे यह प्रतीत होता है की स्टाफ नर्स सरकारी ड्यूटी पर तैनात हैं। वहीं दूसरे वीडीओ में भी रिश्वत लेते साफ तौर पर देखा जा सकता है। इसमें भी वही स्टाफ नर्स रिश्वत लेने के लिए दबाव बना रही है। दूसरा वायरल वीडियो 25 सेकेंड का है। यह तो सिर्फ बानगी के तौर पर है। ऐसे पता नहीं कितने गरीबों को बिना रिश्वत दिए सरकार की निःशुल्क सेवाएं नहीं मिला पा रही हैं।
बताते दे की प्रसव के अतरिक्त भी इलाज के लिए शुल्क निर्धारित किया गया है। ऐसे रिश्वत खोर स्टाफ नर्स सरकार की भ्रष्टाचार की जीरो टॉलरेंस नीति पर सवालिया निशान लगा रही है। बड़ा सवाल यह है की इस घूसखोर नर्स के खिलाफ विभाग क्या कार्रवाई करता है। आपको बता दें कि कभी राजनीतिक रूप से चर्चा में रहने वाला अमेठी विगत कई माह से रिश्वत खोरी के लिए चर्चा में बना हुआ है। कभी पंचायत विभाग में तो कभी स्वास्थ विभाग में इस तरह से रिश्वत की बात सामने आ रही है। वहीं पूरे मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशुतोष दुबे ने बताया कि स्टाफ नर्स के खिलाफ कठोर कार्रवाई किया जाएगा।