🔴 आखिर कब तक अमेंठी क्षेत्र में झोलाछापों की भेंट चढ़ते रहेगे लोग।
अमेंठी-जनपद क्षेत्र में एक सप्ताह के अंदर पांच लोगो की जान को झोलाछापो ने निगल लिया। फिर भी अमेंठी के मुख्य चिकित्साधिकारी अपनी कुम्भकर्णी नींद से जागने का नाम ही नही ले रहे।जबकि निरन्तर प्रिन्ट और इलेक्टृनिक ने झोलाछापो के गलत इलाज के चलते जिन लोगो ने अपनी जाने गवाई उनकी प्रमुखता से खबरे छापी गयी।परन्तु स्वास्थ विभाग द्बारा किसी तरह की कोई कार्यवाही न करना एक सवालिया प्रश्न जरूर खडा़ कर रहा है।शुकुलबाजार क्षेत्र में फर्जी क्लीनिक चला रहा झोलाछाप दिनेश तिवारी ने एक बारह वर्शीय मासूम का गलत ईलाज कर उसकी जान ले ली।ऊंचगांव अजीटन का पुरवा के आक्रोसित परिजनो और ग्रामीणो ने सड़क जाम कर घेराव किया तथा थाना पुलिस को प्रार्थना पत्र भी दिया लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की।शुकुलबाजार और सुवेहा थाने के चक्कर में पीडितो को पुलिस ने उलझाऐ रखा फिर भी नही सुनी गयी फरियाद।पुलिस और स्वास्थ विभाग द्बारा किये जा रहे इस अमानविए व्यवहार से जनता में आक्रोष फैल रहा है। जिसका परिणाम भीषण रूप भी ले सकता है जिसकी जिम्मेदारी स्वास्थ विभाग और पुलिस की होगी।फिलहाल देखना यह है कि स्वास्थ विभाग अभी कितनी जिन्दगियो को असमय काल के गाल की भेंट चढाने में झोलाछापो को प्रोत्साहित करता रहेगा या नींद से जागकर उन पर दण्डात्मक कार्यवाही भी करेगा यह तो भविष्य के गर्भ में है।