अमेठी: उ.प्र. ग्रामीण आजीविका मिशन ब्लाक सिंहपुर सी.एल.एफ. इन्हौना समूह के चुनाव मे धांधली, सभी नियम ताखपर

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व्यक्तिगत लोगो को लाभ पहुँचाने का कार्य कर रहा BMM सिंहपुर कार्यालय
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NRLM सिंहपुर बना दलालो का अड्डा
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आजीविका मिशन भी अब दलालो से पीछे नही
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दलालो के बीच दबी नौकरशाही
- अमेठी| गरीब कल्याण के लिये योगी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना दीनदयाल अन्तोदय योजना के तहत आजीविका को ग्रामीण स्तर तक पहुँचाने व बढ़ावा देने के लिये उ.प्र. ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत सीढ़ी दर सीढ़ी नियम निर्धारित किया जाता है| लेकिन कुछ खास लोगो को फायदा दिलाने के लिये NRLM सिंहपुर कार्यालय भी पीछे नही है| CLF गठन मे ग्राम संगठनों की ईकाई बननी थी| इसी मे से 5 पदाधिकारियो का चुनाव होना था| माना जाये तो एक ग्राम संगठन के सदस्यों की संख्या कम से कम 15 होना जरूरी होता है| इन्हौना न्यापंचायत मे कुल 15 ग्रामसभा को मिलाकर बनना था सीएलएफ इस प्रकार कुल कम से कम 225 सदस्यों को उपस्थित होना जरूरी था | आज सिर्फ 25-30 महिला ही उपस्थित थी इन्ही मे से 5 सदस्यों का चयन कर लिया गया| इन्हे मनमाने तरीके से पद का पूर्व से ही मनमाना चयन कर लिया गया था | उपस्थित महिलाओ के सामने दिखावे के लिये अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, उपसचिव, उपाध्यक्ष पद बांट दिया गया | इसमे महत्वपूर्ण पद अध्यक्ष और सचिव पद एक ही जाति के अमीर लोगो को देना यह दर्शाता है कि किसी खास व्यक्ति को व्यक्तिगत लाभ देने के लिये किया गया है और गरीब कल्याण का यह कार्यक्रम समापन की ओर चला गया| सवाल यह उठता है कि जब मनमानी ही करना था तो बांदा जिला से आयीं ट्रेनर सरस्वती सिंह भदौरिया पर आखिर सरकार इतना पैसा क्यूँ खर्च कर रही है| गांव गांव जाकर भदौरिया मैडम को सवयं सहायता समूह के बारे मे जानकारी देनी थी लेकिन बस एक गांव सराय माधौ मे ही बैठकर खाना पूर्ति की और जिस खास व्यक्ति को व्यक्तिगत लाभ पहुँचाना था पहुँचा दिया गया| खबर लिखने तक सम्बंधिक अधिकारी से दूरभाष पर बात करने का प्रयास किया गया तो बात नही हो सकी|