अमेठी: साइबर ठगी की रिपोर्ट नहीं दर्ज करना चाहती कमरौली पुलि-

साइबर ठगी की रिपोर्ट नहीं दर्ज करना चाहती कमरौली पुलिस
मुख्यमंत्री से लेकर साइबर सेल,एसपी सुल्तानपुर तक लगाई गुहार फिर भी नहीं लिखी गई रिपोट
वीडियो: पीड़ित |
अमेठी- जनपद क्षेत्र के कमरौली थाने के रोड नंबर तीन स्थित ब्रजकिशोर शुक्ला निवासी बसंतपुर, तिवारीपुर जनपद सुल्तानपुर जो पैथोलॉजी सेंटर चलाते हैं जिनको बीते 2 सप्ताह पूर्व सीआईएसफ यूनिट से 9639 712065 न0 जो प्रमिल कुमार के नाम से दर्ज है से फोन है और कहा कि मैं सीआईएसफ यूनिट का कर्मचारी हूं।हमें 10 लोगों की खून की कुछ जांच करवानी है। और जिस-जिस चीज की जांच करानी थी उसका विवरण बताया और कहां यह सब सरकारी आदमी है।पैसे ठीक बताइएगा।जिसे हम आपके खाते पर भेज देंगे।और हमारा खाता नंबर मांगा साथ ही जिसे ब्लड सैंपल लेने के लिए भेजा था उससे आधार कार्ड भी मांगा और कहा कि आप हमारे मोबाइल पर ऑनलाइन ₹50 रुपए डाल दीजिए फिर हम आपका जो पैसा होता है उसका आधा पेमेंट आपके नंबर पर आन लाईन डाल दूंगा।बाकी हम रिपोट लेने पर दे देगे।हमने उसके न0 पर ₹50 डाले उसका मैसेज तो हमें आ गया।लेकिन थोड़ी देर के बाद मेरे मोबाइल पर 2 बैंकों से 66000 रूपऐ निकलने का मैसेज प्राप्त हुआ।एसबीआई से 6300.और एचडीएफसी से 3000 रूपऐ निकलने का।फिर दोबारा जब हमने उस नंबर पर कांन्टेक्ट करने की कोशिश की तो मोबाइल स्विच ऑफ हो गया।उसके बाद हमने थाना कमरौली में लिखित शिकायत की लेकिन मेरी रिपोर्ट नहीं लिखी गई।कई दिन थाने के चक्कर लगाने के बाद हमने मुख्यमंत्री पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज कराई उसके बाद एसपी, साइबर सेल सुल्तानपुर को भी लिखित प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए प्रयास किया परंतु साइबर सेल ने टालमटोल करते हुए हमें संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया।पीड़ित ने दो-तीन दिन बाद साइबर ठगी होने की दूसरी घटना जो तिलोई के पैथालाजिस्ट से करने की कोशिश कर रहा था की जानकारी संबंधित थाने और साइबर सेल को देते हुए बताया कि दूसरे 96 39 1180 39 मो0 न0 से तिलोई के एक पैथोलॉजी सेंटर से ठीक उसी प्रकार ठगी करने का प्रयास कर रहा है।आप उक्त नम्बर को जांच पर लगवाकर ढ़ग को पकडने का प्रयास करे।परन्तु दोनो सक्क्षम अधिकारियो ने बहाने बनाते हुए पल्ला झाड़ लिया।पीडि़त की जुबानी पर पुलिस थोडा़ भी ध्यान देती तो साइबर ढ़ग सायद पुलिस की पकड़ में होता।सरकार की अपराधिक घटना की रिपोट दर्ज करने के तमाम आदेश निर्देश का थाना कमरौली पुलिस के सामने दम तोड़ता नजर आ रहा है।पीडि़त ने बताया कि मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज करवाई रिपोट के जबाब में थाना पुलिस ने झूठी और मन गढंत जबाब देकर साशन और सरकार को गुमराह करने का प्रयास किया है।फिलहाल पीडि़त न्याय की आस लिए दर-दर भटक रहा है।अब देखना यह है कि ठगी की रिपोट दर्ज होती है या नही?