सरकारी कर्मचारी ही योगी सरकार की मंशा पर फेर रहे पानी
1 min readसंपादक: डा.मलखान सिंह
🚨सरकारी कर्मचारी ही फेर रहे सरकार की मंशा पर पानी
🚨भाजपा कार्यकर्ताओ की शिकायत पर तबज्जो नही देते विधायक सांसद और अध्यक्ष
🚨जो हाल सपा बसपा कांग्रेश की सरकारो में था वैसा ही अब भी दिखाई दे रहा।
अमेंठी-सरकार की मंशा ग्राम पंचायतो में पार्दशिता लाने के लिए उठाऐ जा रहे ठोस कदम को सरकार के नुमान्दे ही चौपट करने मे रहेगे तो सरकार की छीछालेदर तो तै है।जैसे पूर्व की सरकारो का हाल था कि ,’काटौ सांप जहाँ मन भावे, वैसे आज भाजपा कार्यकर्ताओ की जुबानी सुनने को मिल रहा है कि ग्राम पंचायतो की खुली बैठक,अपात्तो की बनी जियो टैकिंग पर ही आवासो का चयन प्रधान और सेक्रेटरी की सहमती से किया जाना यह संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है।जिस पर कार्यवाही के लिए कार्यकर्ताओ ने अपने विधायक, सांसद,अध्यक्ष तक के संज्ञान मे डाला परन्तु किसी पर कार्रवाही न होना और सिस्टम में कोई सुधार न होना सरकार की विफलता उजागर करती है।यही सब पिछली सरकारो मे होता रहा और पात्र बेचारा बना ही रहा।
भाजपा कार्यकर्ताओ ने मांननीय प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए कहते है अगर हम सब माननीय की मन की आवाज सुनते है तो माननीय हमारी भी मन की बात सुने जिससे सरकार की हर नीति और योजना जनता के बीच और पात्र लोगो तक पहुँचाया जा सके।
आगामी २०२२ के चुनाव से पहले पी एम किसान सम्मान निधि,अन्तोदय योजना और पात्र गृहस्थी,राष्टीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अपात्र कार्ड धारको से वसूली करवाने में सरकार कामयाब नही हो पा रही है जिसके चलते पात्रो के हक पर सीधा डा़का डाला जा रहा है और दोषी लोगो पर कार्रवाही न होना कही न कही सरकार की मंशा पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है।और इन योजनाओ का लाभ अपात्रो को मिलना सरकार का मुंह चिढा़ने से कम नही है।