October 13, 2024

National crime today

No.1 News Portal of India

अमेठी: पडो़सी जनपद बाराबंकी में स्वास्थ विभाग की छापे मारी से झोला छापो में हडकम्प मचा लेकिन अमेठी के CMO साहब कुम्भकर्ण की नींद सो रहे है

1 min read
Spread the love

🚨  लगातार पूछा जा रहा है कि अमेठी CMO साहब को आखिर किसका डर सता रहा है

🚨  रजिस्ट्रेशन मेडिकल स्टोर का चल रहा ओपीडी, CMO साहब स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से हो रही टैक्स चोरी-खेलते है और तो लोगो की जान भी चली जाती है

🚨  अमेठी के CMO साहब आखिर क्यो मेहरबान है स्वास्थ विभाग झोलाछाप डाक्टरो और फर्जी नर्सिग होमो पर | कोई जवाब दे सकता है क्या?

🚨  CMO साहब अपने पडो़सी जनपद से ही सीख ले लीजिये | बाराबंकी में स्वास्थ विभाग की छापे मारी से झोला छापो डाक्टरों मे  हडकम्प मचा है।

NCT के लिये… एडवो० उत्तम सिंह की रिपोर्ट

जनपद में ओपीडी के नाम पर टैक्स चोरी का मामला साफ देखा जा सकता है किंतु स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से कोई कार्यवाही नहीं होती है। दरअसल, जनपद में कई जगह मेडिकल स्टोर का पंजीकरण कराकर उस पर ओपीडी सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के मेंहरबानी से कोई समस्या नहीं आती है। गौरीगंज मुख्यालय में भी कुछ मेडिकल स्टोर पर बाकयदा ओपीडी के दिन, विजिटिंग डाक्टर के नाम और समय डिस्प्ले करते हुए बोर्ड लगाए गए हैं। किन्तु कोई अधिकारी चेक नहीं करता कि आपका मेडिकल क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन है या नहीं? वही 24-03-2020 को पत्रांक 6920 द्वारा एक आरटीआई के प्रति उत्तर में सीएमओ कार्यालय अमेठी ने बताया कि कोई भी पंजीकृत मेडिकल स्टोर ओपीडी सेवाएं संचालित नहीं कर/करवा सकता है।और ओपीडी सेवाएं संचालित करने के लिए सीएमओ आफिस में मेडिकल क्लीनिक का राजिस्ट्रेशन कराना होता है। यही नहीं यदि कोई भी मेडिकल स्टोर अथवा डाक्टर बिना मेडिकल क्लीनिक रजिस्ट्रेशन के यदि ओपीडी सेवा प्रदान करता हुआ मिलता है तो उसके विरुद्ध इंडियन मेडिकल काउंसिल ऐक्ट की धारा-15 (2), (3) के तहत सम्बंधित थानें में एफआईआर करवाने का प्राविधान है।
लेकिन अमेंठी क्षेत्र के बडे़ कस्बे जैसे जामो, जगदीशपुर, इन्हौना, सेमरौता, शुकुलबाजार, राजाफत्तेपुर जायस, तिलोई में खुल्ले आम बिना रजिस्ट्रेशन मेडिकल स्टोर पर चल रही ओपीडी सेवाओं से सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है और इनके गलत इलाज से लोगो को अपने जान गवाने के साथ उनका जबरदस्त शोषण का शिकार होने सहित पर्सलन इनकम टैक्स भी छिपाया जा रहा है। तब भी स्वास्थ्य विभाग अपनी कुम्भकर्णी नींद से नही जाग रहा है।इससे यह स्पष्ट होता है कि कही न कही झोला छापो की स्वास्थ बिभाग के साथ कोई समझौता तो नही है?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *