अमेठी: देश की सम्पत्ति उद्योगपतियो को सौंप रही सरकार -प्रियंका गांधी

रिपोर्ट:एड०पवन कुमार मौर्य/उमेश कुमार शर्मा
जगदीशपुर,अमेठी।विकास नौजवानों को रोजगार किसानों की समस्या महंगाई आदि समस्या ओ की तरफ ध्यान न देकर मौजूदा सरकार देश की सम्पत्ति उद्योगपतियो को सौंप रही है।जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र 184 जहां एक दिवसीय दौरे पर आई प्रियंका गांधी वाड्रा रामलीला मैदान जगदीशपुर में एक नुककड सभा में जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार देश को बर्बाद कर देना चाहती है।किसान बेहाल है उनकी फसलों को आवारा पशु खा रहे हैं इसके लिए मैने तीन वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर भेजा था परंतु कोई ध्यान नहीं दिया गया।शिक्षित युवा वर्ग बेरोजगार घूम रहे हैं जबकि बारह लाख पद खाली पड़े हुए हैं परंतु पाँच वर्ष बीत गए लेकिन उन खाली पदो को नहीं भरा गया ।मेरी सरकार आने पर बेरोजगारो को रोजगार देकर गरीब परिवारों को धंधा रोजगार व्यवसाय चलाने के लिए पांच लाख रुपये दिए जाएगे।हमारे किसान भाई भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं ।हालात यह है कि डंडा लेकर रात दिन खेतो की चौकीदारी करनी पड रही है।डीजल पेट्रोल व दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं केवल पाँच किलो राशन देकर जनता को गुमराह किया जा रहा है क्या उसी राशन से जनता का भविष्य बन पाएगा ।सरकार अपनी जिम्मेदारी भूल गयी है। केवल जातिवाद का जहर फैलाकर हमारी एकता व भाईचारे को मिटाना चाहती है।पूर्व प्रधानमंत्री स्व0राजीव गाँधी का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने अमेठी का नक्शा बदल दिया था बीएचईएल,एचएएल,सम्राट साईकिल समेत सैकड़ों कारखाने लगवाए थे जिससे जनता को रोजगार मिलकर विकास बढ गया था परंतु आज तो पूंजीपतियों का विकास हो रहा है।उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि महिलाओ के लिए आरक्षण किसानों को मुआवजा व महिला उत्पीड़न होने पर थाने में रिपोर्ट न लिखे जाने पर बीस दिनों के अंदर कठोर कानून बनाने के लिए कदम उठाया जाएगा आदि वादो की झडी लगाते हुए क्षेत्र से काँग्रेस के उम्मीदवार विजय पासी को भारी मतो से जिताने के लिए जनता से अपील की।इस अवसर पर मुखतार किदवई,मोहम्मद वसीक,जीशान आलम,मोहम्मद वारसी उर्फ़ अल्लू मियां, अतहर अली,कल्लू पंडित,दशरथ शुक्ला, भगीरथी चौरसिया,ननके सिंह,जावेद अहमद, परवेज अहमद, तबरेज अहमद,कामता मिश्रा,शिव शंकर उपाध्याय,गुरु प्रसाद तिवारी,बलदेव सिंह आदि लोग हजारों की संख्या में उपस्थित रहे।